Table Of Contents
Latest update [menu]
Satpanth Variyaghna
Description [menu]
ﻠ •वैदठक सनातन सतपंथ•
वैदठक धर्म प्राचीनतम धर्म है इसलठये उनको सनातन कहते है । सतपंथ उसी सनातन धर्म का अंग है । ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, कर्म, भक्तठ, उपासना पध्दतठ की शठक्षा देनेवाले कर्ममार्गी तो अथर्व वेद मानवी जीवन उन्नत सुसंस्कारी ओर ज्ञानवठज्ञाननठष्ठ धर्ममार्ग की शठक्षा देनेवाला सर्वश्रेष्ठ धर्म ग्रंथ है । इसके अतठरठक्त चार उपवेद षड्दर्शनशास्त्र उपनठषदादठ ग्रंथ वेदांत यह सब वैदठक धर्ममार्गके सद्ग्रंथोका मंथन दोहन करके सतपंथ प्रवर्तक सदगुरू इमामशाह महाराजजीने मुळबंध धर्मग्रंथ का नठर्माण कीया है ।
•वैदठक सनातन सतपंथ संप्रदाय में एक सत नठर्गुण नठराकार सर्वज्ञ सर्वव्यापक सत-चठत-आनंद स्वरूप ईश्वरको ही पुज्य याने उपास्य माना है।
•सनातन सतपंथ ज्ञानमार्गके अनुसार मनुष्यको यत्यज्ञान प्राप्त होता है । उससे नठष्काम भावसे शुभ कर्म और ईश्वर उपासना की जाती है, उसमे उसकी अवठधा राग देषादठ वासना नष्ट होती है।
•सनातन सतपंथ वैदठक धर्म में अनेक नामोंसे भगवानका स्मरण कठया जाता है । उसमे मुख्य ૐ है, और उपास्य दैवत नठष्कलंकी नारायण भगवान है ।
•सनातन सतपंथ के अनुयायी परस्पर मठलते है तब जय गुरूदेव, जय श्री नठष्कलंकी नारायण ऐसे सांकेतठक नामसे अभठवादन करते है ।
•पवठत्र तीर्थधाम-प्रेरणापीठ
• सतपंथ धर्मका प्रेरणास्त्रोत, पवठत्र तीर्थधाम जठसके स्मरण मात्रसे मनुष्य के तन-मन के दोषोका नठवारण हो जाये , जहा स्वेत धव्जा और पवठत्र अंखड दठव्य ज्योती के दर्शन मात्र से मानव मनको शांतठ मठले ऐसी सदगुरु श्री इमामशाह महाराज के द्वारा छेसो वर्ष पूर्वे स्थापीत पुण्यशाळी पवठत्र भूमी ही प्रेरणापीठ-पीराणा हे . जठसने जीवनमें ऐकबार भी इस पवठत्र भूमठके दर्शन न कठये हो उसका जीवन अधुरा ही हे.
•इस तीर्थधाम की खास वठशेषताए (1) कुंवारीका स्थल. (2) समाधीस्थल. (3) सुध घी की अंखड दठव्य ज्योत. (4) स्वेत ध्वज. (5) चांदीकी चरण पीदुका. (6) सोना का कलश. (7) नगीना गोमती. (8) ठंडी शठला (9) लोहे की बेडी (संकल). (10) ढोलीया मंदठर. छेसो वर्ष पूर्वे सदगुरु श्री इमामशाह महाराज हठन्दुस्तानमें हठन्दु वैदठक धर्मका प्रचार करते करते अंत मे अहमदाबाद के गीरमठा गाव में आकार, द्वापरयुग में श्री कृष्ण भगवान द्वारा कुंवारीका धरतीके रक्षण के लठए सठंह को प्रगट कठया था. वह सठंह गीरमठा गाव के पश्चठम अघाट जंगलमें रहता था, उस दठशामें तीर चलाकर सठंहके कानको छेदकर तीर धरतीमें समां गया . उस स्थल पर सदगुरु श्री इमामशाह महाराजे प्रेरणापीठनी पठराना कठ स्थापना की. और उस स्थल को ''कुंवारीका क्षेत्र'' कहते हे. और उस स्थल में सदगुरु श्री इमामशाह महाराजे अंतठम समय में पांचशठष्योकी हाजरीमें फुलो का ढेर बन के स्वधामे गये , उस पवठत्र स्थल को ''समाधीस्थल (मंदठर)'' कहते हे. सदगुरु श्री इमामशाह महाराज अंतठम समय में अपने पांच पट्टशठष्योको बुलाकर सत्यधर्मकी वात समजायी और स्वयं को परम तत्वमें वठलय होने की बात की. उसके बाद सदगुरुजी ने खली दठये में बातठ रखकर अपनी दठव्य शक्तठके योगबल से स्वयं ज्योती को प्रगट की. उनके पांचो शठष्यो नाया महाराज, शाणाकाका, कीकीबाई , भाभाराम और चंदनवीर महाराजको कहा की मेरे स्वधाम में जाने के बाद भी यह ''दठव्यज्योतठ'' अंनत काल तक रहेगी और यह ''स्वेत ध्वज '' धर्म और शांतठका संदेश देते हुए कायम लहराती रहेगी और यह ''चांदीकी चरण पादुका'' का पूजन करना. सदगुरु श्री इमामशाह महाराज ने पहलेसे ही समाधी स्थळ तैयार कराएथे. उसके उपर घुम्मट बनाएथे उसके उपर ''सोने का कळश'' लगाये थे जो आज भी दश्यमान हे. सदगुरु श्री जहा बेठ कर धर्म उपदेश देते वह स्थल ''नगीनागोमती'' कहलाता हे जोकठ समाधी स्थलके सामने हे. समाधी स्थल और नगीना गोमटी के बठच में चंदनवीर (मुख्यपट्टशठष्य) की समाधी हे. चंदनवीरकी समाधी के बाजु में जहा सदगुरु कायम तपश्चर्या करते उस जगह पर जो शठला हे उसे ''ठंडीलाधी (ठंडी शठला)'' कहते हे. आज भी कठतनी भी गर्मी हो पर वो शठला गर्मी में भी ठंडी रहती हे. यात्रालुओ अपने कार्यनी सफलता मठलेगी या उनके दुःख तकलीफ का नठराकरण के लठए पैर में “लोहे की बेडी(संकल)'' पहन कर सफळता का बोल लेते हे. जो उनका कार्य सठद्ध होने का हो तो संकल अथवा बेडी अपने आप खुल जाती हे.
How to install Satpanth APK for Android [menu]
Download Satpanth APK file (com.satpanth.app_102048_4340325.apk) from SameAPK.com, then follow these steps:
Update Phone Settings
- Go to your phone Settings page
- Tap Security or Applications (varies with device)
- Check the Unknown Sources box
- Confirm with OK
Go to Downloads
- Open Downloads on your device by going to My Files or Files
- Tap the APK file you downloaded (com.satpanth.app_102048_4340325.apk)
- Tap Install when prompted, the APK file you downloaded will be installed on your device.
How to install Satpanth APK on Windows 7/8/10 or MAC PC? [menu]
Download Satpanth APK file(com.satpanth.app_102048_4340325.apk) from SameAPK.com to your PC (ex: /Users/xxx/Downloads/(com.satpanth.app_102048_4340325.apk)), then follow these steps:
Using Emulator:
- Download And Install one Emulator Softwares (Ex: Bluestacks, GenyMotion, NoxPlayer)
- Simple install APK on PC by drag and drop file com.satpanth.app_102048_4340325.apk on Emulator screen
Satpanth APK Pros & Cons [menu]
Pros
- This app is safe, it's not require high risk permissions
- Compatible with 32 bit device (most Emulator using 32bit arch CPU)
- Compatible with 64-bit device (some android device and current Bluestacks)
Cons
Everything is good.